Sunday, June 19, 2022

शुभ पितृ दिवस - प्रत्येक पिता को नमन

                                     पितृ देवो भवः 


 



















       जनकश्चोपनेता च यश्च विद्यां प्रयच्छति।
       अन्नदाता भयत्राता पश्चैते पितरः स्मृताः॥
अर्थात
:
पिता जन्मदाता है - संस्कार सिखाने वाला - विद्या एवं ज्ञान प्रदान करने वाला,
अन्नदाता अर्थात भोजन प्रदान करने वाला, और भय से रक्षा करने वाला है। 
 
 जन्मदाता के इलावा हर उस व्यक्ति को भी पिता कहा गया है 
जो हमें  संस्कार - विद्या एवं ज्ञान - भोजन और रक्षा प्रदान करता है। 
         पितृ दिवस पर ऐसे हर महान व्यक्ति को शत शत नमन।
                       ' राजन सचदेव '

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कौन सी रात आख़िरी होगी ? Which Night will be the Last one?

न जाने कौन सी बात आख़िरी होगी  न जाने कौन सी रात आख़िरी होगी  मिलते जुलते बात करते रहा करो यारो  न जाने कौन सी मुलाक़ात आख़िरी होगी             ...