पितृ देवो भवः
जनकश्चोपनेता च यश्च विद्यां प्रयच्छति।
अन्नदाता भयत्राता पश्चैते पितरः स्मृताः॥अर्थात:
पिता जन्मदाता है - संस्कार सिखाने वाला - विद्या एवं ज्ञान प्रदान करने वाला,
अन्नदाता अर्थात भोजन प्रदान करने वाला, और भय से रक्षा करने वाला है।
अन्नदाता अर्थात भोजन प्रदान करने वाला, और भय से रक्षा करने वाला है।
जन्मदाता के इलावा हर उस व्यक्ति को भी पिता कहा गया है
जो हमें संस्कार - विद्या एवं ज्ञान - भोजन और रक्षा प्रदान करता है।
पितृ दिवस पर ऐसे हर महान व्यक्ति को शत शत नमन।
' राजन सचदेव '
🙏
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