कुछ इस तरह से गुज़री है ज़िंदगी जैसे
तमाम उम्र किसी दूसरे के घर में रहा
Kuchh iss tarah say guzari hai zindagi jaisay
Tamaam umar kisi doosray kay ghar me rahaa
'Ahmad Faraaz'
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
A Practical Example of Injustice
A Beautiful Motivational Video: A Teacher’s Practical Example of Injustice If we do not stand up for others today, No one will stan...
-
Kaise bataoon main tumhe Mere liye tum kaun ho Kaise bataoon main tumhe Tum dhadkanon ka geet ho Jeevan ka tum sangeet ho Tum zindagi...
-
मध्यकालीन युग के भारत के महान संत कवियों में से एक थे कवि रहीम सैन - जिनकी विचारधारा आज भी उतनी ही प्रभावशाली है जितनी उनके समय में थी। कव...
-
बाख़ुदा -अब तो मुझे कोई तमन्ना ही नहीं फिर ये क्या बात है कि दिल कहीं लगता ही नहीं सिर्फ चेहरे की उदासी से भर आए आँसू दिल का आलम तो अ...
Exactly
ReplyDeleteExcellent 🙏
ReplyDeleteExcellent thought !
ReplyDelete