दो खाली बर्तन एक दूसरे को नहीं भर सकते।
और दो भरे हुए बर्तन एक दूसरे को खाली नहीं कर सकते।
इसी प्रकार दो अनभिज्ञ - निर्बोध अथवा ज्ञान रहित व्यक्ति एक दूसरे को ज्ञानी नहीं बना सकते।
और न ही कोई ज्ञानी व्यक्ति किसी दूसरे के ज्ञान को मिटा सकता है।
ज्ञान छीना अथवा मिटाया नहीं जा सकता - समाप्त नहीं किया जा सकता।
ज्ञान रुपी धन दूसरों को देने अथवा बांटने से न तो घटता है - न खाली होता है
बल्कि ज्ञान तो बांटने से और बढ़ता और परिपक़्व होता है।
Satya vachan. Seems like helpful advise in choosing a life partner :-)
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