हम उसे रिचार्ज करते हैं - या उसकी बैटरी बदल देते हैं ।
लेकिन जब कोई व्यक्ति अपने मार्ग से हट जाए - नकारात्मकता में डूब कर अंधकारमयी हो जाए तो हम उन्हें एक तरफ अकेला क्यों छोड़ देते हैं?
उनसे परे क्यों हट जाते हैं ?
क्या हमें उनकी बैटरी को रिचार्ज करने या बदलने में उनकी मदद नहीं करनी चाहिए?
जैसे हर फ्लैशलाइट के लिए एक विशिष्ट बैटरी की आवश्यकता होती है, वैसे ही लोगों के मन को रिचार्ज करने के लिए भी किसी ख़ास किस्म की बैटरी की आवश्यकता हो सकती है।
कुछ को AA -- Attention and Affection ध्यान और स्नेह - अर्थात देखभाल और प्रेम पूर्वक विचार विमर्श की आवश्यकता होती है।
और कुछ को AAA -- Attention, Affection and Acceptance, अर्थात ध्यान और देखभाल के साथ साथ स्वीकृति एवं अंगीकरण - उन्हें अपनाने - उन्हें अपना बनाने की भी ज़रुरत होती है।
किसी को C -- Compassion अर्थात दया - करुणा, क्षमा और सहानुभूति की आवश्यकता हो सकती है
तो किसी को D -- Direction - अर्थात दिशा निर्देश की आवश्यकता हो सकती है।
क्या हमें उनकी बैटरी को रिचार्ज करने या बदलने में उनकी मदद नहीं करनी चाहिए?
जैसे हर फ्लैशलाइट के लिए एक विशिष्ट बैटरी की आवश्यकता होती है, वैसे ही लोगों के मन को रिचार्ज करने के लिए भी किसी ख़ास किस्म की बैटरी की आवश्यकता हो सकती है।
कुछ को AA -- Attention and Affection ध्यान और स्नेह - अर्थात देखभाल और प्रेम पूर्वक विचार विमर्श की आवश्यकता होती है।
और कुछ को AAA -- Attention, Affection and Acceptance, अर्थात ध्यान और देखभाल के साथ साथ स्वीकृति एवं अंगीकरण - उन्हें अपनाने - उन्हें अपना बनाने की भी ज़रुरत होती है।
किसी को C -- Compassion अर्थात दया - करुणा, क्षमा और सहानुभूति की आवश्यकता हो सकती है
तो किसी को D -- Direction - अर्थात दिशा निर्देश की आवश्यकता हो सकती है।
और अगर फिर भी उन में चमक न आ पाए -
तो आप उनके साथ मिल-बैठ कर अपना प्रकाश तो उनके साथ सांझा कर ही सकते हैं।
क्योंकि औरों को प्रकाश देने से दीपक का अपना प्रकाश कभी कम नहीं होता।
You are very right . Now I am trying to be like Diya, apana d bada hi rakho
ReplyDelete𝔂𝓮𝓱 𝓫𝓪𝓱𝓾𝓽 𝓱𝓲 𝓼𝓾𝓷𝓭𝓮𝓻 𝓱𝓪𝓲🌸🌺🌸🌺
ReplyDeleteTu hi nirankar Tu hi nirankar
ReplyDeleteBeautiful thoughts Guruji
ReplyDeleteji bilkul sahi kaha my dear sant ji
ReplyDelete𝔂𝓮𝓱 𝓫𝓪𝓱𝓾𝓽 𝓱𝓲 𝓼𝓾𝓷𝓭𝓮𝓻 𝓱𝓪𝓲🌸🌺🌸🌺
ReplyDeleteuttam ati uttam ji
ReplyDeleteBeautiful lesson 🙏
ReplyDelete-Ravi
क्या बात है👌, जब हमारी बैटरी डिस्चार्ज होती है तब हम तो आप जैसे महापुरषो से मिल कर, बात करके रिचार्ज हो जाते है। लेकिन हम भी किसी के लिए उनकी बैटरी को चार्ज कर सकते है ये एहसास कभी हुआ ही नही था, शुक्रिया ये बताने के लिए
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