Monday, May 9, 2022

अगर रिश्ते निभाने हैं

अगर रिश्ते निभाने हैं
अगर रखने हैं तअल्लुक़ात
तो मिलना जुलना - बात करना
कभी बेवजह ही फ़ोन कर के 
पूछ लेना हाल
और अपना बता देना
दुआ देना - दुआ लेना
कुछ बातें उनकी सुन लेना 
कुछ अपनी सुना देना 
पुरानी भूली बिसरी यादों को
फिर से दोहरा लेना
         - अगर रखना है राब्ता तो ये बातें ज़रुरी हैं

न हो सम्पर्क तो सब रिश्ते नाते टूट जाते हैं
लगा के फूल -भूल जाएं तो वो सूख जाते हैं

इक दिन तो इस दुनिया से सब चले ही जाएंगे
रह जाएंगी उनकी बातें - उनकी यादें
उनके साथ बिताए पल - 
हमेशा याद आएँगे

तो - छोड़ जाओ सबके दिल में अपनी 
ऐसी कुछ यादें जिन्हें वो भूल न पाएं
जो हर मुक़ाम पे उनको तुम्हारी याद दिलवाएं
किसी महफ़िल में जब कोई तुम्हारा नाम ले
तो हर दिल से अगर निकले
तो बस दुआ निकले

जब तक लोग तुम्हारी बातें और किस्से कहानियां
महफिलों में दुहराते रहेंगे
सुनते और सुनाते रहेंगे
तो जब तक वो हैं दुनिया में -
'राजन 'अपने दिल-ओ-ज़ेहन 
और अपनी दुआओं में
वो तुमको ज़िंदा रखेंगे
तुम्हें वो मरने न देंगे  
वो तुमको ज़िंदा रखेंगे
                             " राजन सचदेव "

14 comments:

  1. Wah..ji Wah...Bahut Khub
    Very Nice ji !
    Anil Gambhir

    ReplyDelete
  2. Very true and very touchy Bhaisahib ji🙏🏻🙏🏻🙏🏻

    ReplyDelete
  3. Beautiful
    Very touching
    Very very nice !
    राजन जी
    आशीर्वाद दो ऐसा जीवन बन जाये

    ReplyDelete
  4. Very very true !
    Beautiful !
    Touching !
    आशीर्वाद दो ऐसा जीवन जी
    पाये !

    ReplyDelete
  5. Beautiful thoughts :-)

    ReplyDelete
  6. बहुत खूब

    ReplyDelete
  7. 🙏Bahoot hee khoobsurat ji. 🙏

    ReplyDelete
  8. बहुत-बहुत bahut khoob
    Aise hi likhate raho Mahatma ji

    ReplyDelete
  9. Beautiful message. Keep blessing Jì 🙏
    - Ravi

    ReplyDelete
  10. 🙏🏻बहुत खूब

    ReplyDelete

झूठों का है दबदबा - Jhoothon ka hai dabdabaa

अंधे चश्मदीद गवाह - बहरे सुनें दलील झूठों का है दबदबा - सच्चे होत ज़लील Andhay chashmdeed gavaah - Behray sunen daleel Jhoothon ka hai dabdab...