Friday, December 23, 2022

संवाद से मौन बेहतर है

वह मौन जो सम्मान के साथ आपकी रक्षा करे 
उस संवाद - उस वार्तालाप से बेहतर है जिससे बाद में पश्चाताप हो। 

ऐसे वार्तालाप - ऐसी बातचीत का क्या फायदा जिस से बाद में पश्चाताप हो - पछतावा हो। 
उस से तो मौन अच्छा है जो आप के सम्मान की रक्षा कर सकता है।

कुछ लोगों की आदत होती है कि वे दूसरों को उकसाने का यत्न करते हैं 
ऐसी परिस्थिति में मौन रहना ही बेहतर है। 
इस से आप का सम्मान भी बचा रहेगा और बाद में पछताना भी नहीं पड़ेगा। 

4 comments:

  1. सही है जी, एक चुप, सौ सुख।
    शब्द जब तक अंदर है, हमारे वश में हैं। बोल दिए तो उनका प्रभाव तो दिखेगा ही।
    धन निरंकार जी।

    ReplyDelete
  2. Much needed reminder after a long time.

    ReplyDelete
  3. Sooo muchh true uncle ji

    ReplyDelete

It's easy to find fault in others

It is easy to find fault in others - The real test of wisdom is recognizing our own faults.  Criticizing and condemning others is not hard. ...