अपने अंदर भी कभी झाँक के देखा होता
आईना सारे ज़माने को दिखाने वाले
~असग़र राही
Apnay andar bhi kabhi jhaank kay dekha hota
Aaiina saaray zamaanay ko dikhaanay walay
~ Asgar Rahi ~
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