And yet, everyone is running after money - to accumulate more wealth - to occupy some higher position, prestige, and more power.
Everyone talks about mysticism and idealism, but it seems that, in reality, everyone is a slave of the materialistic world.
कितने आश्चर्य की बात है कि यद्यपि हर कोई यही कहता है कि यह संसार एक भ्रम है - अस्थायी, क्षणभंगुर - मिथ्या और अर्थहीन है ।
लेकिन फिर भी, हर इंसान केवल धन कमाने के लिए दौड़ रहा है - अधिक संपत्ति जमा करने के लिए - कोई पद प्रतिष्ठा और अधिक शक्ति प्राप्त करने के लिए।
बेशक बात तो सभी अध्यात्मवाद की करते हैं लेकिन लगता है कि वास्तव में सभी भौतिकवादी दुनिया के ही गुलाम हैं।
लेकिन फिर भी, हर इंसान केवल धन कमाने के लिए दौड़ रहा है - अधिक संपत्ति जमा करने के लिए - कोई पद प्रतिष्ठा और अधिक शक्ति प्राप्त करने के लिए।
बेशक बात तो सभी अध्यात्मवाद की करते हैं लेकिन लगता है कि वास्तव में सभी भौतिकवादी दुनिया के ही गुलाम हैं।
Yeah - that’s true
ReplyDelete🙏🙏🙏🙏 very powerful
ReplyDeleteOnes who are bestowed with Gyaan somewhat lead "Detached-cum-Attached" lives n they can be counted as blessed souls.
ReplyDeleteThat is so true!
ReplyDeletevery true
ReplyDeleteIt's equally surprising that while praying people believe God is listening.. however forget same when they indulge in backbiting, condemnation talks....
ReplyDeleteUnfortunately True 🙏
ReplyDeleteVery rare people who detached
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