Sunday, August 8, 2021

ये क्या हो रहा है ?

जो हमारे साथ हो रहा है -- उससे ज़्यादा ज़रुरी है ये जानना कि हमारे अंदर क्या हो रहा है।
जो बाहर हो रहा है - वो इतना महत्वपूर्ण नहीं है।
महत्वपूर्ण बात ये है कि हमारे अन्दर क्या चल रहा है।

स्थिति और घटनाओं के प्रति हमारा दृष्टिकोण और प्रतिक्रिया हमारी पृष्ठभूमि और अनुभव पर निर्भर करती है।
एक अशांत मन हर स्थिति पर नकारात्मक तरीके से प्रतिक्रिया करता है।
और एक शांत मन प्रतिकूल परिस्थितियों में भी हमेशा कुछ अच्छा ही खोजने की कोशिश करेगा ।
इसलिए - जो अंदर हो रहा है वो बाहर की घटनाओं से ज्यादा महत्वपूर्ण है।

लेकिन प्रैक्टिस से - अभ्यास से सब कुछ सीखा जा सकता है।
अगर हम शांत रहने का अभ्यास करते रहें तो धीरे धीरे हम हर स्थिति को संभालने और अपनी प्रतिक्रियाओं को नियंत्रित करने में कामयाब हो सकते हैं।
एक शांत मन ही स्वर्ग और सुखी जीवन का आधार है।
                                                ' राजन सचदेव '

No comments:

Post a Comment

अब समझ आया Ab Samajh Aaya (Now I understand)

अब समझ आया कि कोई भी न समझेगा मुझे सोचता हूँ अब तो बस  ख़ामोश रहना चाहिए  बात सच की तो कोई अब सुनना ही चाहता नहीं है यही बेहतर कि 'राजन...