न कि दूसरों की कमजोरियों का फायदा उठाकर।
दूसरों की कमियां उछाल कर - उन्हें प्रसारित करके नहीं -
बल्कि अपनी प्रतिभा को उजागर करके।
सच्ची सफलता दूसरों की हार में नहीं -
सच्ची सफलता दूसरों की हार में नहीं -
आपकी अपनी प्रतिभा और प्रयासों में निहित है।
' राजन सचदेव '
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