हमारे जीवन में अधिकांश समस्याओं के दो मुख्य कारण होते हैं।
या तो हम बिना सोचे-समझे कोई काम कर लेते हैं -
या फिर सिर्फ सोचते रहते हैं -
लेकिन उस कार्य को सम्पन्न नहीं करते ।
" राजन सचदेव "
न जाने कौन सी बात आख़िरी होगी न जाने कौन सी रात आख़िरी होगी मिलते जुलते बात करते रहा करो यारो न जाने कौन सी मुलाक़ात आख़िरी होगी ...
Absolutely true
ReplyDeleteSimple truth 🙏🙏
ReplyDelete