दीजिए -- लेकिन सोच समझ कर
सुपात्र और कुपात्र देख कर
लेकिन अपने आप को इस्तेमाल न होने दें।
कहीं ऐसा न हो कि लोग आपका नाजायज़ फ़ायदा उठाने की कोशिश करें।
सब से प्रेम करें -
लेकिन किसी को अपना अपमान और अपने साथ दुर्व्यवहार न करने दें।
सब पर विश्वास कीजिए -
लेकिन इतने भोले भी न बनें कि लोग आपको ठग लें।
सब की सुनिए -
लेकिन अपनी आवाज़ - अपने विचार, अपने सिद्धांत और मर्यादाओं को मत खोइए।
जीवन के हर पहलू में हमेशा एक उचित संतुलन बनाए रखने की कोशिश करें।
" राजन सचदेव "
सब से प्रेम करें -
लेकिन किसी को अपना अपमान और अपने साथ दुर्व्यवहार न करने दें।
सब पर विश्वास कीजिए -
लेकिन इतने भोले भी न बनें कि लोग आपको ठग लें।
सब की सुनिए -
लेकिन अपनी आवाज़ - अपने विचार, अपने सिद्धांत और मर्यादाओं को मत खोइए।
जीवन के हर पहलू में हमेशा एक उचित संतुलन बनाए रखने की कोशिश करें।
" राजन सचदेव "
Bahut hee Uttam aur shikhshadayak bachan ji.🙏
ReplyDeleteBeautiful words🌸
ReplyDeleteMuch needed wisdom
ReplyDelete🤗❤️
ReplyDelete🙏🙏
ReplyDelete🙏🙏🙏
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