पश्चाताप या पछतावा चाहे कितनी भी भारी मात्रा में क्यों न हो -
अतीत को नहीं बदल सकता
चिंता चाहे कितनी भी भारी मात्रा में क्यों न की जाए -
भविष्य को नहीं बदल सकती
लेकिन स्वीकृति और कृतज्ञता की भावनाएँ हमारी वर्तमान मनःस्थिति को बदल सकती हैं।
परिस्थितियों को शालीनता से स्वीकार करने -
और हालात से समझौता कर लेने से मन की वर्तमान स्थिति को बदला जा सकता है।
" राजन सचदेव "
🙏🙏🙏🙏
ReplyDelete💐 Beautiful words💐
ReplyDeleteBeautiful
ReplyDeletesatye bachan ji
ReplyDeleteVery true - ♥️♥️🌹🌹🙏🙏
ReplyDelete🙏🙏🌹🌹
ReplyDeleteThank you uncle ji 🙏
ReplyDeleteAgreed 🤝
ReplyDeleteVery true Sant ji 🙏
ReplyDeleteI agree with you 🙏🌹
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