अंदर शून्य बाहर शून्य - शून्य चारों ओर
फिर क्यों जग में रहता है पर मैं मैं का ही शोर?
फिर क्यों जग में रहता है पर मैं मैं का ही शोर?
Andar Shoonya, baahar Shoonya - Shoonya chaaron oar
Phir kyon jag mein rehtaa hai par 'Main Main' kaa hee shor?
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
Void inside Void outside Void all around
Then why is there so much noise of I, me, and mine in the world?
Shoonya = Void, emptiness, nothingness
Main = I, me, mine
ਅੰਦਰ ਸੁੰਨਮ ਬਾਹਰ ਸੁੰਨਮ - ਸੁੰਨਮ ਚਾਰੋਂ ਔਰ
ਫਿਰ ਕਿਓਂ ਜਗ ਵਿਚ ਹਰ ਪਾਸੇ ਹੈ ਮੈਂ ਮੈਂ ਦਾ ਹੀ ਸ਼ੋਰ
😊😊🙏🏻
ReplyDeleteNirankar is inside and outside. Under sonnum bahar sonnum taray bawan sonum chathu sonnum jo nar janay this ko pap nah punnam 🌹🌹
ReplyDeleteThat is the question 🙏🙏
ReplyDeleteMind ke kaaran..
ReplyDelete