Friday, January 27, 2023

परिस्थिति के साथ समायोजन

परिस्थिति को स्वीकार कर लेना और अपने आप को माहौल के अनुसार ढाल लेना एक बहुत ही महान गुण है।
जो व्यक्ति हर परिस्थिति के साथ समायोजन करके - 
ख़ुशी से - प्रसन्नतापूर्वक उस परिस्थिति के अनुसार अपने आप को ढाल लेता है वह प्रशंसा और आशीर्वाद का पात्र है।
ऐसा व्यक्ति सबके दिल में जगह बना लेता है और स्वयं भी शांत रहता है।

बेशक यह कठिन है - लेकिन बहुत उत्तम और लाभदायक कला है 
और कोशिश करने से यह गुण - यह कला अथवा हुनर हासिल किया जा सकता है।
                                              "राजन सचदेव "

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Na jaanay dil mein kyon sabar-o-shukar ab tak nahin aaya Mujhay khamosh rehnay ka hunar ab tak nahin aaya Sunay bhee hain, sunaaye bhee hain...