मनोरंजन के लिए कुछ समय निकालना तो अच्छा है।
लेकिन सिर्फ टाइम पास करने के लिए सारा दिन फालतू और बेमतलब की बातें करते रहना और दूसरों के बारे में गपशप करते रहना - अच्छा नहीं होता।
आम तौर पर हमें अन्य लोगों के दोषों और कमियों के बारे में बात करना और सुनना अच्छा लगता है।
क्योंकि हमें अपनी कमियां पहचानने की बजाय दूसरों की कमियां निकालने में ज्यादा दिलचस्पी होती है।
लेकिन अगर हम ईमानदारी और निष्पक्ष भाव से अपने अंदर देखने की कोशिश करेंगे तो हमें महसूस होगा कि हमें भी अपने दिल और दिमाग के कमरों में कुछ सफाई करने की ज़रुरत है।
दूसरों की बात करने से कोई लाभ नहीं होगा
हमारा फ़ायदा तो अपने घर की सफाई करने से ही होगा।
अपने दिलो-दिमाग को साफ़ रखने से हमारे विचारों और धारणाओं में शुद्धता और स्पष्टता आएगी
और परिणामस्वरुप - हम अपने लक्ष्य के करीब होते जाएंगे।
" राजन सचदेव "
Bahut hee sunder advice ji. 🙏
ReplyDeleteBahut sunder advice ji mahapurso ji💐🙏
ReplyDeleteAwesome ji!
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