Tuesday, January 24, 2023

मनोरंजन और गपशप

मनोरंजन के लिए कुछ समय निकालना तो अच्छा है।
लेकिन सिर्फ टाइम पास करने के लिए सारा दिन फालतू और बेमतलब की बातें करते रहना और दूसरों के बारे में गपशप करते रहना - अच्छा नहीं होता। 

आम तौर पर हमें अन्य लोगों के दोषों और कमियों के बारे में बात करना और सुनना अच्छा लगता है। 
क्योंकि हमें अपनी कमियां पहचानने की बजाय दूसरों की कमियां निकालने में ज्यादा दिलचस्पी होती है।
लेकिन अगर हम ईमानदारी और निष्पक्ष भाव से अपने अंदर देखने की कोशिश करेंगे तो हमें महसूस होगा कि हमें भी अपने दिल और दिमाग के कमरों में  कुछ सफाई करने की ज़रुरत है।

दूसरों की बात करने से कोई लाभ नहीं होगा 
हमारा फ़ायदा तो अपने घर की सफाई करने से ही होगा।

अपने दिलो-दिमाग को साफ़ रखने से हमारे विचारों और धारणाओं में शुद्धता और स्पष्टता आएगी 
और परिणामस्वरुप - हम अपने लक्ष्य के करीब होते जाएंगे।
                                            " राजन सचदेव "

3 comments:

What is Moksha?

According to Sanatan Hindu/ Vedantic ideology, Moksha is not a physical location in some other Loka (realm), another plane of existence, or ...