Friday, December 9, 2022

प्रार्थना भी और चिंता भी ?

हम एक ही समय में प्रार्थना और चिंता साथ साथ नहीं कर सकते।
क्योंकि ये दोनों अलग-अलग वृत्तियाँ अथवा मनोभाव हैं ।

इसलिए जब प्रार्थना करें तो चिंता छोड़ दें
और प्रकृति - ब्रह्मांड - ईश्वर  - 
अथवा जो भी नाम आप उस महान सर्वोच्च शक्ति को देना चाहें - 
उसे अपना काम करना दें ।

3 comments:

  1. Yes absolutely right many religions call god by many names. ie we Nirankar.

    ReplyDelete
  2. Prarthana ke sath faith ka hona jroori hai.,chinta ka nhi.🙏

    ReplyDelete

What is Moksha?

According to Sanatan Hindu/ Vedantic ideology, Moksha is not a physical location in some other Loka (realm), another plane of existence, or ...