यह सोचने में समय बर्बाद न करें कि आप क्या कर सकते थे -
या किस काम को कैसे - और किस ढंग से करना चाहिए था।
अब भविष्य पर नज़र रखें
और हमेशा हर काम सोच-समझ कर सही ढंग से करने की कोशिश करें।
झूठे व्यक्ति की ऊँची आवाज सच्चे व्यक्ति को चुप करा सकती है परन्तु सच्चे व्यक्ति का मौन झूठे लोगों की जड़ें हिला सकता है ...
Right sir!
ReplyDeleteVery well said Veer Ji
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