यह सोचने में समय बर्बाद न करें कि आप क्या कर सकते थे -
या किस काम को कैसे - और किस ढंग से करना चाहिए था।
अब भविष्य पर नज़र रखें
और हमेशा हर काम सोच-समझ कर सही ढंग से करने की कोशिश करें।
दुनिया में हर काम की तदबीर बदलती रहती है अक़्सर ही इंसान की तक़दीर बदलती रहती है आती जाती रहती हैं 'राजन' ये शान और शोहरतें शीशा रह...
Right sir!
ReplyDeleteVery well said Veer Ji
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