सफलता प्राप्त करने के लिए
सिर्फ कल्पना ही नहीं
सार्थक कर्म करना भी ज़रुरी है।
ऊपर जाने के लिए
सीढ़ियों को देखना ही पर्याप्त नही है
सीढ़ियों पर चढ़ना भी ज़रुरी है।
सर्वशक्तिमान निरंकार प्रभु को समर्पित तुम से है ब्रह्माण्ड तुम जगत का मूल रुप हो रुप सब तुम्हारे हैं और स्वयं तुम अरुप हो अनादि हो अ...
Right sir!
ReplyDeleteRight mahapurso ji🌹🌹👏🏾👏🏾
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