ਫਿਰ ਭੀ ਅਪਨਾ ਚੇਹਰਾ ਨਾ ਦੇਖੇਂ ਤੋ ਕਯਾ ਇਲਾਜ਼
Eyes are there - Lamp is there - Mirror is there as well.
Still, one does not see his face - what remedy could there be?
कहने को तो ये दुनिया अपनों का मेला है पर ध्यान से देखोगे तो हर कोई अकेला है ~~~~~~~~~~~~~~~~~~ Kehnay ko to ye duniya apnon ka mela hai...
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