सामान सौ बरस का - पल की ख़बर नहीं
" हैरत इलाहाबादी "
कोई नहीं जानता कि वो कब और कैसे इस दुनिया से  जाएंगे  
कोई भी  निश्चित रुप से अपनी  मृत्यु का सही  समय, स्थान और तरीका नहीं  बता सकता 
हम ऐसी चीजें चाहते हैं - बनाते और खरीदते हैं जो सौ साल तक चलेंगी -
लेकिन वास्तव में हम यह भी नहीं जानते कि अगले ही पल क्या होने वाला है।
इसीलिए कहा जाता है कि  मौत और ईश्वर को  हमेशा याद रखो 
 
 
बहुत ही सुन्दर पंक्तियाँ🌼🌺🌸
ReplyDelete🙏🌹🙏👣🙏SATYA JI BILKUL
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