दर्पण - कभी झूठ नहीं दिखाता
ज्ञान - कभी भयभीत नहीं होने देता
सत्य - कभी कमजोर नहीं होने देता
सच्चा प्रेम - कभी ईर्ष्या नहीं करने देता
सच्चाआध्यात्म - मोह नहीं होने देता
सही कर्म - कभी असफल नहीं होने देता
विश्वास - कभी निराश नहीं होने देता
इस जहां और उस जहां के दरमियां - फ़ासला यारो है बस इक सांस का ये अगर चलती रहे तो ये जहां ---- और अगर रुक जाए तो फिर वो जहां Is jahaan aur us...
No comments:
Post a Comment