Wednesday, May 18, 2022

अति-सुंदर प्रार्थना

हे प्रभु !
जिसे बदला जा सकता है उसे बदलने की शक्ति हमें प्रदान करें
जो बदला नहीं जा सकता -
उसे स्वीकार करने की क्षमता एवं सामर्थ्य प्रदान करें
और ऐसी विवेक बुद्धि और योग्यता प्रदान करें -
जिस से हम परिस्थितियों का सही ढंग से अवलोकन करके
आवश्यकता अनुसार प्रतिक्रिया एवं कर्म कर सकें 
                                          ॐ शान्ति शान्ति शान्तिः

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न समझे थे न समझेंगे Na samjhay thay Na samjhengay (Neither understood - Never will)

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