क्योंकि ज्ञान को समझने के लिए भी ज्ञान चाहिए
लेकिन उस ज्ञान का कोई फ़ायदा नहीं जिसे जीवन में धारण न किया जाए
और ज्ञान को जीवन में धारण करने के लिए ज्ञान को याद रखना
और उस का अभ्यास करना ज़रुरी है
' राजन सचदेव '
' राजन सचदेव '
सर्वशक्तिमान निरंकार प्रभु को समर्पित तुम से है ब्रह्माण्ड तुम जगत का मूल रुप हो रुप सब तुम्हारे हैं और स्वयं तुम अरुप हो अनादि हो अ...
Leads to become karamyogi gyani.
ReplyDelete/Satyavan
SATYVACHAN HAZOOR🙏🌹🙏👣🙏🌹
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