Thursday, October 14, 2021

सवाल और जवाब

एक आदमी ने एक प्रीस्ट (पुजारी) से पूछा -
फादर - क्या मैं ईश्वर से प्रार्थना करते समय धूम्रपान कर सकता हूँ?

प्रीस्ट ने गुस्से से कहा -
नहीं - ये सरासर ग़लत है - आप ऐसा नहीं कर सकते"

एक और आदमी ने पूछा -
फादर -  क्या मैं धूम्रपान करते हुए ईश्वर से प्रार्थना कर सकता हूँ?

फादर ने कहा-
हाँ - हाँ -  ज़रुर कर सकते हो। 
ईश्वर का ध्यान और प्रार्थना किसी समय भी की जा सकती है। 

दोनों स्थितियों में कोई अंतर नहीं है
लेकिन प्रतिक्रिया और जवाब इस बात पर निर्भर करते हैं कि आप किस ढंग से सवाल पूछते हैं। 

No comments:

Post a Comment

कामना रुपी अतृप्त अग्नि

                  आवृतं ज्ञानमेतेन ज्ञानिनो नित्यवैरिणा |                   कामरुपेण कौन्तेय दुष्पूरेणानलेन च ||                            ...