Wednesday, October 20, 2021

ये मेरा है - वो मेरा है

ये मेरा है - वो मेरा है
क्यों मैं ने मुझको घेरा है

मैं भूल गया - तुम भूल गए
सब चला चली का फेरा है

सब अपना अपना कहते हैं
क्या जग में है जो अपना है ?

जो अपना है सब सपना है
इक सपना ही बस अपना है

कल वाला पल तो बीत गया
इस पल में कैसी कल कल है

कल आने वाला जो पल है
इस पल में उसकी हलचल है

                     ~डॉक्टर जगदीश सचदेव ~ (मिशिगन)

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ये दुनिया - Ye Duniya - This world

कहने को तो ये दुनिया अपनों का मेला है पर ध्यान से देखोगे तो हर कोई अकेला है      ~~~~~~~~~~~~~~~~~~ Kehnay ko to ye duniya apnon ka mela hai...