इक उसके मिलने से पहले इक उसके खोने के बाद
बुज़ुर्गों की सेवा उनके जीते जी कर लो 'राजन '
वरना पछताओगे उनकी आँखें बंद होने के बाद
~~~ ~~~
दो स्थितियों में हर चीज़ की क़ीमत बढ़ जाती है -
उसके मिलने से पहले - और उसे खोने के बाद
साधारणतया - जो हमारे पास होता है - हम उस की कदर नहीं करते -
बुज़ुर्गों की सेवा उनके जीते जी कर लो 'राजन '
वरना पछताओगे उनकी आँखें बंद होने के बाद
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दो स्थितियों में हर चीज़ की क़ीमत बढ़ जाती है -
उसके मिलने से पहले - और उसे खोने के बाद
साधारणतया - जो हमारे पास होता है - हम उस की कदर नहीं करते -
उस की कीमत - उसके महत्त्व का हमें एहसास नहीं होता।
माँ बाप और अन्य बुज़ुर्ग - जब तक हमारे पास हैं - हमें उनका ख़ास ध्यान नहीं रहता
माँ बाप और अन्य बुज़ुर्ग - जब तक हमारे पास हैं - हमें उनका ख़ास ध्यान नहीं रहता
लेकिन जब उनकी आंखें बंद हो जाएंगी - जब वे चले जाएंगे -
तो जीवन भर केवल अफसोस और दुख ही रह जाएगा।
ये अफसोस - कि काश हमने उनके लिए ये किया होता -
काश उनके साथ कुछ और समय बिताया होता -
काश - हम ऐसा कर सकते थे और हमें ऐसा करना चाहिए था।
लेकिन तब, बहुत देर हो चुकी होगी -
ये अफसोस - कि काश हमने उनके लिए ये किया होता -
काश उनके साथ कुछ और समय बिताया होता -
काश - हम ऐसा कर सकते थे और हमें ऐसा करना चाहिए था।
लेकिन तब, बहुत देर हो चुकी होगी -
तब सिर्फ अफ़सोस और पश्चाताप के सिवा कुछ नहीं हो सकेगा।
इसलिए अभी - समय रहते उनका सम्मान और उनसे प्रेम कर लो।
इसलिए अभी - समय रहते उनका सम्मान और उनसे प्रेम कर लो।
उनके जीवित रहते हुए जितनी भी हो सके उनकी सेवा कर लो।
' राजन सचदेव '
very true ji , 🙏🌹👣🙏🌹
ReplyDeleteसत्य कथन 🌸🌺
ReplyDeleteTrue..
ReplyDeleteKash! Nirankar ki kirpa Aisi ho jaaye ki kisi ko Kash Kahane ki jarurat na pade.
Satyavan 🙏🏻🙏🏻🙏🏻