Saturday, December 18, 2021

जब आफ़ताब ढलने लगे

जब आफ़ताब - ज़िंदगी का 
ढलने लगे
वक़्त - जब हाथ से  
फिसलने लगे
उम्र भर जिसको  - 
सजाया - संवारा  
उस तन -भवन की नींव 
जब हिलने लगे
हर शै जब धुंधली सी 
दिखने लगे  
दांत गिरने लगे - बाल पकने लगे 
जब सांसों का कारवां भी थकने लगे

अल्फ़ाज़  -
जब ज़ुबां पे लड़खड़ाने लगें 
पाँव - चलते हुए 
 डगमगाने लगें 
हाथ  - उठते हुए  कंपकंपाने लगें 

ख़ूबसूरत जिस्म 
जब होने लगे निढ़ाल
दिल की धड़कनें भी जब होने लगें बेताल
वक़्त जब थमता हुआ लगने लगे
सांस भी रुक रुक के जब चलने लगे

फ़र्क़ सच और झूठ का 
उस वक़्त समझ आए - तो क्या
अपने कर्मों पर अगर 
उस वक़्त पछताए - तो क्या
अश्क़ -
नदामत के आँख में भी भर आए - 
तो क्या ?

क्योंकि  -
ऐ मेरे हमदम  
उस वक़्त तो देर -
बहुत देर हो चुकी होगी
ज़हानत  - 
सब साज़ो-सामान खो चुकी होगी
ज़िंदगी थक -हार के तब सो चुकी होगी 
इस्लाह के सारे इमकान 
खो चुकी होगी

बस  - अभी कुछ वक़्त है 
कुछ सोचने समझने का
कुछ पाने का - कुछ बनने का
कुछ कहने सुनने सहने का
कुछ करने या - न करने का 
सबरो -सिदक़ 
और चैन अमन से रहने का 

बस यही तो वक़्त है  'राजन '
सिर्फ यही इक वक़्त है  -
ख़ुद अपने आप से मिलने का 
और जान के सच - 
फिर सच की राह पे चलने का 
                               ' राजन सचदेव '

आफ़ताब  =  सूर्य , सूरज  Sun 
अल्फ़ाज़   =  शब्द  words 
अश्क़       = आंसू 
नदामत    =  पश्चाताप , ग्लानि, पछतावा , शर्मिंदगी  Repentance 
हमदम     = जीवन साथी, 
जीवन भर साथ देने वाला दोस्त, मित्र,   
                    Life long friend or companion 
ज़हानत    =  बुद्धि , सोच-विचार की शक्ति - योग्यता  Intelligence 
इस्लाह = सुधार, विकास, तरक़्क़ी , 
संशोधन, परिशोधन betterment, improvement, rectification
इमकान = संभावना , मौक़े अवसर , Possibility, Chance, Opportunities
इस्लाह के सारे इमकान खो चुकी होगी = उत्कर्ष के सब अवसर खो चुकी होगी

20 comments:

  1. ��������������wah ji

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  2. Walaikumsalam
    huq zindagi ka sahi naqsha nazm main bayan kerdye bahut khub andaz hai
    Sameder ko kuzey main bund karne ka fun hai

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  3. Beautiful and meaning full poem...🙏🙏

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  4. So beautiful true words...thanks a lots ji 🌸🙏🌺

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  5. क्या बात है, ज़बरदस्त....👌👌

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  6. This is wonderful - thank you so much ❤️

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  7. Wonderful ������

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  8. Awesome uncle ji
    Aankh band hone se pehle Aankh khul jaaye!

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  9. Beautiful Poem and Message and a warning🙏

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  10. कहने सुनने और सहने में और इस वक़्त बर्तमान में ज़िन्दगी के गहरे राज छुप्पे हैं जिस्से हर कोई नहीं समझ सकता। आप ने गहराई को सेहजता से बेयान किया है।

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  11. Wonderful ������

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  12. ��bahut khoob!!!!!

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  13. Waah Jì Waah Kya khoob kaha hai .. kitna sach aur sunder ����

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  14. Rajan Jì. Amazing & very very realistic & true Jì. Keep blessing Jì. ������������

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  15. Wah ji wah ����������

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  16. Amazing poem which is depicting the reality of life ������

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  17. BAHUT BAHUT BAHUT HI SUNDER ATI SUNDER BHAV IZHAR KIYE APJI NE

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