तो पहले सूरज की तरह जलना सीखो ।
क्योंकि चाहे सूरज हो या दीपक
वह स्वयं जल कर ही दूसरों को रौशनी प्रदान करता है
क्योंकि चाहे सूरज हो या दीपक
वह स्वयं जल कर ही दूसरों को रौशनी प्रदान करता है
आवृतं ज्ञानमेतेन ज्ञानिनो नित्यवैरिणा | कामरुपेण कौन्तेय दुष्पूरेणानलेन च || ...
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