Thursday, December 31, 2020

दुआ - ये साल नया अच्छा रहे

                 ये साल नया अच्छा रहे 

माज़ूर  हो  न ग़रीब हो
न कोई किसी का रक़ीब हो
हर  मर्ज़  का  तबीब  हो 
सुख चैन सब को नसीब हो

मिटें दूरियां सब क़रीब हों
न हो ग़ैर -सब हबीब हों
शाईस्ता हों -- अदीब हों
सब लोग ख़ुशनसीब हों

अब किसी को कोई ग़म न हो
अब आँख कोई भी नम न हो
कोई दिल किसी का न  तोड़े
कोई साथ किसी का ना छोड़े

कोई 
चाहे किसी भी हाल में हो
लरज़िश न उसकी चाल में हो 
सबरो -सिदक़ ख़िसाल में हो 
हर बात सुर और ताल में हो

हर  लफ्ज़  हो  नपा  तुला
न दिल में  हो  कोई गिला
सब मांगें हर इक का भला
दिल आसमाँ सा हो खुला

न दिल हो कोई मलाल में 
न  हाथ  उठें   सवाल  में  
कोई  न  हो  ज़वाल में 
हर शख़्स हो ख़ुश हाल में 

न हिजर हो  विसाल में 
हर चेहरा हो जलाल में 
है किसी के जो ख़्याल में 
उसे सब मिले इस साल में 

ये  साल नया अब  ऐसा हो
कि जो भी हो सब अच्छा हो 
न दंगें हों  - न  झगड़ा  हो 
हर दिल में प्यार का जज़बा हो 

लब पे बस यही दुआ रहे
हर दिल में यही सदा रहे
सब पर ही प्रभु दया रहे
ये साल नया अच्छा रहे

मालिक का आसरा रहे
और दिल में हौसला रहे
न  'राजन ' फ़ासला रहे
ये साल नया अच्छा रहे 

लब  पे  यही  दुआ  रहे
ये साल नया अच्छा रहे 
सब  पर  प्रभु  दया  रहे
ये साल नया अच्छा रहे 
                              ' राजन सचदेव  '


माज़ूर   =     बेबस, लाचार, मजबूर , Helpless, Vulnerable
रक़ीब    =    दुश्मन , Enemy 
तबीब     =    इलाज़ करने वाला   Doctor
शाईस्ता --   
सुसंस्कृत , 
-सभ्य , शिष्ट,  Cultured, Courteous, Refined, Sophisticated 
अदीब --      विद्वान, सभ्य , शिष्ट, Wise, Intelligent, Civilized 
लरज़िश    -  कंपकंपाहट, डर से कांपना , घबराहट  Shivering, Trembling with fear 
ख़िसाल       =   स्वभाव आदत  Nature, Habits
मलाल         =   दुःख Sorrow, Regret, Grief 
ज़वाल      =      पतन   Downfall, Decline
हिजर              =   विरह वियोग Separation, 
विसाल            =   मिलन Union
जलाल            =   चमक दीप्ति Glory, Dignity


9 comments:

  1. Dhan nirankar ji ����☝️☝️very nice
    Thanks ji
    Happy New Year

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  2. Let's jointly pray - ye saal achha rahe ��❤️����

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  3. Have been a great fan of your writings. Have read poems on your blog.
    Deep meaning that's expressed in your poems and usage of 'Urdu' words for that is just awesome and I have enjoyed it a lot. Keep writing and guiding us Ji!  

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