जीवन में कुछ भी पूरी तरह से हमारा अपना नहीं है। जन्म दूसरों ने दिया। नाम दूसरों ने दिया। नौकरी और व्यवसाय दूसरों ने दिया। तनख़्वाह, पगार और ...
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