जिन लोगों से प्रेम होता है -
उनके लिए सब कुछ कुर्बान कर देना कुछ मुश्किल नहीं है -
लेकिन जो आपके बलिदान और सहायता की सराहना और सम्मान करें -
ऐसे लोग बहुत मुश्किल से मिलते हैं।
न जाने कौन सी बात आख़िरी होगी न जाने कौन सी रात आख़िरी होगी मिलते जुलते बात करते रहा करो यारो न जाने कौन सी मुलाक़ात आख़िरी होगी ...
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