आमतौर पर लोग दूसरों के पतन को चर्चा के विषय के रुप में देखते हैं।
उनकी आलोचना और निंदा करने के लिए - या फिर केवल गपशप करने के लिए -
सिर्फ मनोरंजन के लिए।
लेकिन ज्ञानी एवं समझदार लोग इसे अपने लिए एक चेतावनी के रुप में देखते हैं।
वे अपनी स्थिति का - अपने आप का मूल्यांकन करने का प्रयास करते हैं।
वो न केवल अपने अतीत से - बल्कि दूसरों की ग़लतियों से भी सीखने की कोशिश करते हैं और स्वयं पतन से बचने का प्रयास करते हैं।
ज्ञानी एवं बुद्धिमान व्यक्ति जब दूसरों का पतन होते हुए देखते हैं - उन्हें सत्मार्ग से गिरते हुए देखते हैं तो उनकी त्रुटियों का अध्ययन करके अपने तौर-तरीकों में सुधार करने का प्रयास करते हैं।
दूसरी ओर - अधिकतर लोग स्वयं ग़लती करने के बाद ही कुछ सीखने की कोशिश करते हैं।
जब कोई ग़लत परिणाम सामने आता है - तब वे पछताते हैं और उसके बाद ही वे अपने स्वभाव और कर्म में सुधार लाने की कोशिश करते हैं।
लेकिन ज्ञानी और विद्वान लोग हर बात - हर घटना से कुछ न कुछ सीखने का प्रयास करते हैं और अपने मार्ग पर आगे बढ़ते रहते हैं ।
🙏JK
ReplyDeleteBilkul satya
ReplyDeleteAwesome!
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