Tuesday, September 21, 2021

सच्चे लोग तारीफ़ के मोहताज़ नहीं होते Genuine people do not depend on applause

सच्चे लोग कभी तारीफ़ के मोहताज़ नहीं होते
जंगल में भी 'राजन फूल खुशबु ही लुटाते हैं

Sachay log kabhi taareef kay mohtaaz nahin hotay
Jungle mein bhee 'Rajan' phool khushbu hee lutaatay hain
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Genuine people do not depend on applause and praise.

Even in the wilderness, flowers keep on spreading their fragrance.

                  

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