अगर हम आँख कान और मन को खुला और विशाल रखें तो हमेशा कुछ न कुछ नया सीखने के लिए मिल सकता है
क्योंकि और भी बहुत कुछ ऐसा है जो हम नहीं जानते।
इसलिए बुद्धिमान लोग हमेशा सीखने की भावना रखते हैं।
वे हर पल, हर परिस्थिति में हर एक से सीखने के लिए तैयार रहते हैं।
क्योंकि जितना अधिक वे जानते हैं, उतना ही उन्हें एहसास होता है कि अभी बहुत कुछ और सीखना बाकी है।
इसलिए, वे बिना झिझक - बिना शर्म किए सभी से कुछ न कुछ सीखने के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं और उमर भर सीखते ही रहते हैं।
' राजन सचदेव '
इसलिए बुद्धिमान लोग हमेशा सीखने की भावना रखते हैं।
वे हर पल, हर परिस्थिति में हर एक से सीखने के लिए तैयार रहते हैं।
क्योंकि जितना अधिक वे जानते हैं, उतना ही उन्हें एहसास होता है कि अभी बहुत कुछ और सीखना बाकी है।
इसलिए, वे बिना झिझक - बिना शर्म किए सभी से कुछ न कुछ सीखने के लिए हमेशा तत्पर रहते हैं और उमर भर सीखते ही रहते हैं।
' राजन सचदेव '
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ReplyDelete🙏🙏
ReplyDeleteNice to that blog helpful greatly
ReplyDeleteganesh
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