वो मर गये हैं मगर मकबरों में रहते हैं
Awaam aaj bhi kachay gharon me rehtay hain
Vo mar gaye hain magar makbaron me rehtay hain
'Haseeb Soz'
Awaam = General public
मन ही मन को जानता - मन की मन से प्रीत मन ही मन का बैरी है - मन ही मन का मीत मन ज्ञानी मन बावरा - मन की अद्भुत रीत मन के हारे हार है - म...
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