Thursday, September 7, 2017

सारी दुनिया मैली कर दी

भगवान ने इंसान बनाया 
- इंसान ने हैवान बनाया
जात पात का ज़हर भी घोला 
सब के सर पर चढ़ कर बोला

हिंदू मुस्लिम सिख इसाई
कब थे, किस के भाई भाई ?
इक दूजे की चिता बनाई
इक दूजे को आग लगाई 

नीली झीलें - नीला अम्बर 
लाल क्षितिज - हरी वादियां 
रंग बिरंगे फूल बना कर 
उसने सब की झोली भर दी

और रंग बिरंगी ईंटे लेकर
हम ने दीवारें बनवाईं 
पोत के उन पे धर्म की मिट्टी 
सारी  दुनिया मैली कर दी  

           "डॉक्टर जगदीश सचदेव "

No comments:

Post a Comment

फ़ासला यारो है बस इक सांस का The distance is just a single breath

इस जहां और उस जहां के दरमियां - फ़ासला यारो है बस इक सांस का  ये अगर चलती रहे तो ये जहां ---- और अगर रुक जाए तो फिर वो जहां  Is jahaan aur us...