Wednesday, March 9, 2016

जिन्हें फ़िक़र थी कल की Jinhen fiqar thi kal ki

जिन्हें फ़िक़र थी कल की - बेवजह वो रोए रात भर 
'राजन ' जिन्हें यक़ीं था - चैन से वो सोए  रात भर 

Jinhen fiqar thi kal ki,  be-vajah vo roye raat bhar
'Rajan' Jinhen yaqeen tha chain se vo soye raat bhar 



2 comments:

  1. Wonderful ! Amazing ! I understood it !

    David.

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  2. How true. But wish it was that easy.

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