फ़रिश्तों से भी अच्छा मैं बुरा होने से पहले था
वो मुझ से इंतिहाई ख़ुश ख़फ़ा होने से पहले था
किया करते थे बातें ज़िंदगी-भर साथ देने की
मगर ये हौसला हम में जुदा होने से पहले था
हक़ीक़त से ख़यालअच्छा है, बेदारी से ख़्वाब अच्छा
तसव्वुर में वो कैसा - सामना होने से पहले था
अगर मादूम को मौजूद कहने में तअम्मुल है
तो जो कुछ भी यहाँ है आज क्या होने से पहले था
किसी बिछड़े हुए का लौट आना ग़ैर-मुमकिन है
मुझे भी ये गुमाँ इक तजुरबा होने से पहले था
'शु'ऊर' इस से हमें क्या इंतिहा के बा'द क्या होगा
बहुत होगा तो वो जो इब्तिदा होने से पहले था
~ अनवर श'ऊर ~
इंतिहाई - बेहद, बहुत ज़्यादा
बेदारी - चेतनता, जाग्रत, जागा हुआ
मादूम - जो खत्म हो गया, नष्ट हो गया
मौजूद - जो है
तअम्मुल - संदेह, शंका, शक़,अनिश्चितता, भ्रान्ति
ग़ैर-मुमकिन असंभव
गुमाँ - वहम, भ्रम
इंतिहा - पराकाष्ठा , बुलंदी
فرشتوں سے بھی اچھا میں برا ہونے سے پہلے تھا
وہ مجھ سے انتہائی خوش خفا ہونے سے پہلے تھا
کیا کرتے تھے باتیں زندگی بھر ساتھ دینے کی
مگر یہ حوصلہ ہم میں جدا ہونے سے پہلے تھا
حقیقت سے خیال اچھا ہے بیداری سے خواب اچھا
تصور میں وہ کیسا سامنا ہونے سے پہلے تھا
اگر معدوم کو موجود کہنے میں تأمل ہے
تو جو کچھ بھی یہاں ہے آج کیا ہونے سے پہلے تھا
کسی بچھڑے ہوئے کا لوٹ آنا غیر ممکن ہے
مجھے بھی یہ گماں اک تجربہ ہونے سے پہلے تھا
شعورؔ اس سے ہمیں کیا انتہا کے بعد کیا ہوگا
بہت ہوگا تو وہ جو ابتدا ہونے سے پہلے تھا
انور شعور
वो मुझ से इंतिहाई ख़ुश ख़फ़ा होने से पहले था
किया करते थे बातें ज़िंदगी-भर साथ देने की
मगर ये हौसला हम में जुदा होने से पहले था
हक़ीक़त से ख़यालअच्छा है, बेदारी से ख़्वाब अच्छा
तसव्वुर में वो कैसा - सामना होने से पहले था
अगर मादूम को मौजूद कहने में तअम्मुल है
तो जो कुछ भी यहाँ है आज क्या होने से पहले था
किसी बिछड़े हुए का लौट आना ग़ैर-मुमकिन है
मुझे भी ये गुमाँ इक तजुरबा होने से पहले था
'शु'ऊर' इस से हमें क्या इंतिहा के बा'द क्या होगा
बहुत होगा तो वो जो इब्तिदा होने से पहले था
~ अनवर श'ऊर ~
इंतिहाई - बेहद, बहुत ज़्यादा
बेदारी - चेतनता, जाग्रत, जागा हुआ
मादूम - जो खत्म हो गया, नष्ट हो गया
मौजूद - जो है
तअम्मुल - संदेह, शंका, शक़,अनिश्चितता, भ्रान्ति
ग़ैर-मुमकिन असंभव
गुमाँ - वहम, भ्रम
इंतिहा - पराकाष्ठा , बुलंदी
فرشتوں سے بھی اچھا میں برا ہونے سے پہلے تھا
وہ مجھ سے انتہائی خوش خفا ہونے سے پہلے تھا
کیا کرتے تھے باتیں زندگی بھر ساتھ دینے کی
مگر یہ حوصلہ ہم میں جدا ہونے سے پہلے تھا
حقیقت سے خیال اچھا ہے بیداری سے خواب اچھا
تصور میں وہ کیسا سامنا ہونے سے پہلے تھا
اگر معدوم کو موجود کہنے میں تأمل ہے
تو جو کچھ بھی یہاں ہے آج کیا ہونے سے پہلے تھا
کسی بچھڑے ہوئے کا لوٹ آنا غیر ممکن ہے
مجھے بھی یہ گماں اک تجربہ ہونے سے پہلے تھا
شعورؔ اس سے ہمیں کیا انتہا کے بعد کیا ہوگا
بہت ہوگا تو وہ جو ابتدا ہونے سے پہلے تھا
انور شعور
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