Monday, November 4, 2024

निष्ठा धृतिः सत्यम् -- सत्यम् शिवम् सुन्दरम्

             निष्ठा धृतिः सत्यम्

निष्ठा का अर्थ है विश्वास और श्रद्धा 
धृति अर्थात धारण करना और सत्यम अर्थात सत्य 

  निष्ठा धृतिः सत्यम् - अर्थात सत्य पर ही निष्ठा रखो। 

दूसरे शब्दों में - विश्वास, श्रद्धा एवं निष्ठा केवल सत्य पर ही आधारित होनी चाहिए - 
और हमेशा सत्य से ही जुड़ी रहनी चाहिए। 

क्योंकि - सत्यम् शिवम् सुन्दरम् 
अर्थात सत्य ही शिव - कल्याणकारी और सुन्दर है। 
सत्य ही शिव है - शिव ही सत्य है - और शिव अर्थात सत्य ही सुंदर है। 

                               सत्य क्या है?

         "नासतो विद्यते भावो नाभावो विद्यते सतः "
                                 (भगवद गीता  2 -16 )
अर्थात जो हमेशा और हर जगह व्यापक नहीं है वो असत्य है। 
और जो परिपूर्ण है, सदा विद्यमान है - जो सदा से था और सदा रहेगा - वही सत्य है। 

वही शिव - अर्थात हर तरफ फैला हुआ सर्वव्यापक एवं परिपूर्ण निराकार पारब्रह्म है।  
इस सर्वव्यापक निराकार ईश्वर को ही शिव कहा जाता है। 
और केवल सत्य ही सुंदर और कल्याणकारी है। 

इसीलिए शास्त्र कहते हैं कि केवल सत्य को ही अपनी निष्ठा एवं श्रद्धा का आधार बनाईए और हमेशा बनाए रखिए। 
                                            " राजन सचदेव "

Nishtha Dhritih Satyam -- Satyam Shivam Sundaram

                        " Nishtha Dhritih Satyam "

Nishtha means Faith, Trust, Loyalty, or Devotion.
Dhriti means to hold - and Satyam is Truth. 

Nishtha Dhritih Satyam -
Meaning: have faith, trust, and loyalty in the Truth only.

In other words - our faith, trust, and allegiance should be based only on Truth - 
and should always remain connected to the Truth.

Because - Satyam Shivam Sundaram - 
Truth is Shiva - Beneficial and Beautiful. 
Truth is Shiva – Shiva is Truth – and Shiva or Truth is beautiful.

                             What is Truth?

Nasato Vidyatay Bhavo Nabhavo Vidyatay Satah
                             (Bhagavad Gita 2-16) 
Meaning: That which does not exist everywhere and forever - which does not always stay the same - is unreal.
And that - which is all-pervading - always exists – always stays the same - 
which has always been and will always be – is Truth.

That Truth is known as Shiva - the omnipresent and all-pervading formless Parbrahm or God. 
This Omnipresent, Formless God is called Shiva.
And only Truth is beautiful and beneficial.

That is why the scriptures say that our loyalty and faith should only be based and maintained upon Truth and nothing else. 
                             " Rajan Sachdeva "

Sunday, November 3, 2024

दीपक चांदी का - या मिटटी का ?

एक धनवान व्यक्ति ने अपने घर में चांदी का दीया जलाया 
और एक निर्धन ने अपने घर में मिट्टी का दिया जला दिया  

लेकिन जब देखा - तो दोनों की लौ एक जैसी ही थी। 

इस से कोई फ़र्क़ नहीं पड़ता कि दीपक चाँदी  का है या मिट्टी  का 
दीपक जहां भी जलेगा - वहां रौशनी ही बांटेगा - प्रकाश ही फैलाएगा। 



Silver lamp - or clay lamp?

A rich man lit a silver lamp in his house.
A poor man lit a clay lamp in his house.

But - the flame of both the lamps was the same.

It does not matter whether the lamp is made of silver or clay.
Wherever the lamp is lit - it will spread its light. 



Saturday, November 2, 2024

Shubham Karoti Kalyanam - Light of Gyana brings Auspiciousness


Shubham Karoti Kalyanam Arogyam Dhan Sampada
Shtrubuddhi Vinaashaya Deep Jyotir Namostutay 

Light of Gyana brings Auspiciousness, Health, and Prosperity.
It destroys the ill will and feelings of animosity and hostility. 
Salutations to the light of the lamp of Gyana.


शुभं करोति कल्याणम (Video)



शुभं करोति कल्याणमारोग्यं धनसंपदा ।
शत्रुबुद्धिविनाशाय दीपज्योतिर्नमोऽस्तुते ॥ 

ज्ञान का प्रकाश शुभता, स्वास्थ्य और समृद्धि लाता है। 
यह दुर्भावना और शत्रुता की भावनाओं को नष्ट करता है। 
ऐसे ज्ञान रुपी प्रकाश को नमस्कार।  

सत्य बनाम झूठ

विलासिता और झूठ को बनाए रखने में बहुत ज़्यादा खर्च आता है
            लेकिन
सत्य और सादगी को क़ायम रखने में कोई खर्च नहीं आता।

Truth vs Lies

Luxury and Lies have huge maintenance costs
              But
Truth and simplicity are self-maintained without any cost.


निष्ठा धृतिः सत्यम् -- सत्यम् शिवम् सुन्दरम्

             निष्ठा धृतिः सत्यम् निष्ठा का अर्थ है विश्वास और श्रद्धा  धृति अर्थात धारण करना और सत्यम अर्थात सत्य    निष्ठा धृतिः सत्यम् - अ...