To err is human.
Mistakes are part of life.
What matters is -
how well we correct them and recover from their consequences
and keep moving forward to enhance the future.
ग़लतियाँ भी जीवन का एक हिस्सा हैं।
ग़लती करना मानव स्वभाव का एक अंग है।
महत्व इस बात का है -
कि हम उन्हें कैसे सुधारते हैं - किस तरह उनके परिणामों से उभरते हैं -
और भविष्य को सुंदर बनाने के लिए आगे बढ़ते रहते हैं या वहीं ठहर जाते हैं।
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Very well said 🌹🌹
ReplyDeleteBeautifully said about Reality of life
ReplyDeleteThanks Rajan sahib
🙏Absolutely right ji. 🙏
ReplyDeleteNo one is perfect in his or her life.. that is why pencils have erasers .We learn from our mistakes and certainly try to improve for better future.
ReplyDelete🙏🙏
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