जीवन संगीत है
गुनगुनाते रहिए
परिस्थिति कैसी भी हो
मुस्कुराते रहिए
संबंधियों और मित्रों से
मिलते मिलाते रहिए
नए रिश्ते बनाते रहिए
और पुराने निभाते रहिए
कुछ सुनते रहिए
कुछ सुनाते रहिए
दोस्तों की महफ़िल में
हँसते - हँसाते रहिए
ग़लत फ़हमियों को दिल से
मिटाते रहिए
दिल अगर न भी मिलें
तो भी हाथ मिलाते रहिए
तुम हो हमारे और हम हैं तुम्हारे
ये भाव दिल में सजाते रहिए
ये दरवाज़े दिल के हमेशा खुले हैं
जब चाहो 'राजन ' आते जाते रहिए
" राजन सचदेव "
Beautiful uncle ji
ReplyDeleteExcellent. Bahut hee shikshadayak rachna ji. 🙏
ReplyDeleteBahut sunder. ❤️❤️
ReplyDeleteBeautiful mahapurso ji🌹🌹🙏🙏
ReplyDeleteWah
ReplyDeleteBeautiful 🙏🙏
ReplyDeleteV v nice
ReplyDelete🙏🙏
ReplyDeleteWah!
ReplyDeleteसभी के चेहरों पर हमेशा के लिए मुस्कान बनी रहे.🙏🌹🌲
ReplyDeleteWah wah bahut khub
ReplyDeleteNice poem guruji.
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