Saturday, June 24, 2023

सुख में विनम्रता और दुःख में धैर्य

बहुत कठिन होता है
धन, वैभव और शक्ति मिलने के बाद विनम्र बने रहना

बहुत कठिन होता है
दुःख में धैर्य एवं विश्वास का दामन थामे रखना

बहुत कठिन होता है
विपरीत परिस्थितियों में स्वयं को संभाले रखना

हर इंसान ऐसा नहीं कर सकता।
विरले हैं जो सुख में अभिमान नहीं करते
जो दुःख में धीरज और विश्वास का दामन नहीं छोड़ते
विपरीत परिस्थितियों में भी अडिग और अविचल रहते हैं।
                                  “ राजन सचदेव “

2 comments:

  1. Ayse Kar paye aap sant mahatma ka ashirbad jewan Bana rathe ji🪷🪷🙏🙏

    ReplyDelete
  2. Bless us uncle ji!

    ReplyDelete

कौन सी रात आख़िरी होगी ? Which Night will be the Last one?

न जाने कौन सी बात आख़िरी होगी  न जाने कौन सी रात आख़िरी होगी  मिलते जुलते बात करते रहा करो यारो  न जाने कौन सी मुलाक़ात आख़िरी होगी             ...