वैर विरोध तक़रार मिटे - मिल जुल के सारे संग चलें
सद्भावना, करुणा का हर हृदय में संचार मिले
बड़ों से आशीर्वाद मिले अपनों से प्रीत प्यार मिले
*सर्वे भवन्तु सुखिनः और सर्वे सन्तु निरामया
सर्वे भद्राणी पश्यन्तु - ऐसी कर दो प्रभु दया
हर पल सुख के फूल खिलें हर आंगन में खुशहाली हो
मंगल दायक ' राजन ' हर नर नारी की दीवाली हो
" राजन सचदेव "
* सर्वे भवन्तु सुखिनः - सर्वे सन्तु निरामया
सर्वे भद्राणी पश्यन्तु मा कश्चित् दुःख भाग्भवेत्
सर्वे भद्राणी पश्यन्तु मा कश्चित् दुःख भाग्भवेत्
(वृहदारण्यक उपनिषद्)
No comments:
Post a Comment