तजुर्बा कहता है - मिट्टी की पकड़ मजबूत है
संग-ए-मरमर पर अक़्सर ही पाँव फिसलते देखे हैं
मिट्टी - ग़रीबी अर्थात विनम्रता का प्रतीक है
और संग-ए-मरमर अमीरी - अर्थात वैभव और शान-ओ-शौक़त के दिखावे का प्रतीक है।
अमीरी और वैभव के शान-ओ-शौक़त के दिखावे से समाज में बहुत देर तक प्रतिष्ठा क़ायम नहीं रखी जा सकती।
दौलत एवं शान-ओ-शौक़त का अभिमान स्वयं के उत्थान में भी बाधा ही साबित होता है।
दूसरी तरफ - विनम्रता और हलीमी की पकड़ मजबूत होती है -
जो लोगों के दिलों में घर कर जाती है और हमेशा के लिए मन में बसी रहती है।
" राजन सचदेव "
Sunder Ji🙏🙏🙏🙏
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