अपने शब्दों को सुंदर रखिए - स्वभाव में सादगी एवं विनम्रता और कर्म में पवित्रता एवं नेकी का भाव रखिए।
लोग चेहरे तो भूल जाते हैं - लेकिन शब्द और कर्म नहीं भूलते।
किसी के कहे हुए सुंदर एवं प्रेरणात्मक शब्द और उनके द्वारा किए हुए नेक कर्म सदियों तक ज़िंदा रहते हैं।
" राजन सचदेव "
कटु वचन तुरंत असर करते है और सदियों तक भी जिन्दा रहते हैं जैसे महाभारत में “अंधे का बेटा अँधा" यह कटु वचन दुर्योधन के मन में हमेशा जिन्दा रहा, महाभारत करवा डाली और आज भी लिखित रूप में जिन्दा है
ReplyDeleteकटु वचन से रिश्ते तुरंत टूट जाते हैं और उनसे उत्पन्न ख़टास तां उम्र महसूस होती रहती है.
इसलिए मीठा न बोल सको तो न बोलिये परन्तु कटु वचन ना बोलिये। कटु वचन बोलने की बजाय चुप रहना ज्यादा बेहतर है