आपको जो कुछ भी चाहिए वह आपके अंदर ही है।
आपको अपनी व्यक्तिगत प्रगति के लिए जो कुछ भी चाहिए वह पहले से ही आपके पास है।
अपने जीवन में कर्म की अग्नि प्रज्वल्लित करने के लिए दूसरों से प्रेरणा की प्रतीक्षा करने की ज़रुरत नहीं है।
आपके अंतर्मन में ही इस दीपक को जलाने के लिए माचिस मौजूद है -
इसका प्रयोग करें - अपना रास्ता प्रकाशमान करें -
और साहस और आत्मविश्वास के साथ अपनी मंजिल की ओर बढ़ते रहें।
" राजन सचदेव "
Dhan nirankar ji 🙏 very nice Sant ji 🙏
ReplyDeleteWow
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