अक़सर ऐसी घड़ियाँ भी मेरे जीवन में आई हैं
जो बातें खुद भी ना समझीं वो औरों को समझाई हैं
Aqsar aesi ghadiyaan bhi mere jeevan me aayi hain
jo baaten khud bhi na samjhin vo auron ko samjhaai hain
भूतकाल, वर्तमान और भविष्य सभी एक दूसरे से जुड़े हुए हैं। हमारा वर्तमान हमारे भूतकाल का ही परिणाम है - और भविष्य हमारे वर्तमान पर निर्भर करेग...
great thought Rajan Uncle
ReplyDeletetoo beautiful thought
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