than keep looking back at the past and regretting it.
अतीत को देखकर पछताते रहने से बेहतर है कि आगे देखें
अतीत को देखकर पछताते रहने से बेहतर है कि आगे देखें
और एक अच्छे भविष्य की तैयारी करें।
सर्वशक्तिमान निरंकार प्रभु को समर्पित तुम से है ब्रह्माण्ड तुम जगत का मूल रुप हो रुप सब तुम्हारे हैं और स्वयं तुम अरुप हो अनादि हो अ...
🌹🙏
ReplyDeleteVery Good Advise ji !
ReplyDeleteThank you so much !
Anil Gambhir