अपने बारे में ख़ुद अपनी ही ज़मीर से पूछो
क्योंकि आपके बारे में आप से बेहतर कोई नहीं जानता।
लोग आपके बारे में वही जानते हैं जो आप बाहर से दिखते हैं या दिखना चाहते हैं।
असल में आप क्या हैं - ये सिर्फ आप ही जान सकते हैं - दूसरा कोई नहीं।
इसलिए - अगर आप वाकई स्वयं को जानना चाहते हैं तो कभी अकेले बैठ कर
अपने मन को पढ़ने की कोशिश करें।
ईमानदारी से अपने विचार - अपनी इच्छाओं और भावनाओं को समझने की कोशिश करें
ऐसी आलोचनात्मक दृष्टि से अपने आप को देखें जैसे आप दूसरों को देखते हैं।
जिसे शास्त्रों में साक्षी-भाव कहा गया है।
अर्थात अपने आप से बाहर निकल कर एक दर्शक की तरह निष्पक्ष रुप से स्वयं को जानने और समझने का यत्न करें।
इस से अच्छा और कोई तरीका नहीं हो सकता अपने आप को जानने का।
न किसी पीर से पूछो - न फ़क़ीर से पूछो
अपने बारे में ख़ुद अपनी ही ज़मीर से पूछो
न किसी पीर से पूछो - न फ़क़ीर से पूछो
अपने बारे में ख़ुद अपनी ही ज़मीर से पूछो
" राजन सचदेव "
Bilkul sahi hai !The ultimate Truth ��
ReplyDeleteAbsolutely Right🌿
ReplyDeleteWah wah wah!!
ReplyDeleteReally true
ReplyDeleteबिल्कुल सही कहा -- पूछो अपने दिल से.
ReplyDeleteऔर फैसला भी सही होगा
Bahut sahi Kaha Rajan ji 🙏
ReplyDeleteSelf introspection!!!
ReplyDeletethis is absolutely right mahapurush ji..
ReplyDeleteWaah meri main ko main hi janu aur na jaane koi
ReplyDeleteWaah meri main ko main hi janu aur na jaane koi
ReplyDeleteIt's very high-level thing
ReplyDeleteNo one I ready to put himself infront of the mirror who shows my inner picture .
Bakhsh lena ji
I call it atm- manthan
ReplyDelete' Ram
����really true
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