Wednesday, March 30, 2022

न पीर से पूछो - न फ़क़ीर से पूछो

न किसी पीर से पूछो - न फ़क़ीर से पूछो
अपने बारे में ख़ुद अपनी ही ज़मीर से पूछो


क्योंकि आपके बारे में आप से बेहतर कोई नहीं जानता।
लोग आपके बारे में वही जानते हैं जो आप बाहर से दिखते हैं या दिखना चाहते हैं।
असल में आप क्या हैं - ये सिर्फ आप ही जान सकते हैं - दूसरा कोई नहीं।

इसलिए - अगर आप वाकई स्वयं को जानना चाहते हैं तो कभी अकेले बैठ कर
अपने मन को पढ़ने की कोशिश करें। 
ईमानदारी से अपने विचार - अपनी इच्छाओं और भावनाओं को समझने की कोशिश करें 
ऐसी आलोचनात्मक दृष्टि से अपने आप को देखें जैसे आप दूसरों को देखते हैं। 
जिसे शास्त्रों में साक्षी-भाव कहा गया है। 
अर्थात अपने आप से बाहर निकल कर एक दर्शक की तरह निष्पक्ष रुप से स्वयं को जानने और समझने का यत्न करें।
इस से अच्छा और कोई तरीका नहीं हो सकता अपने आप को जानने का।
                          न किसी पीर से पूछो - न फ़क़ीर से पूछो
                        
अपने बारे में ख़ुद अपनी ही ज़मीर से पूछो
                                                              " राजन सचदेव "

13 comments:

  1. Bilkul sahi hai !The ultimate Truth ��

    ReplyDelete
  2. Gourav Kumar BhagatMarch 30, 2022 at 10:31 AM

    Really true

    ReplyDelete
  3. बिल्कुल सही कहा -- पूछो अपने दिल से.
    और फैसला भी सही होगा

    ReplyDelete
  4. this is absolutely right mahapurush ji..

    ReplyDelete
  5. Waah meri main ko main hi janu aur na jaane koi

    ReplyDelete
  6. Waah meri main ko main hi janu aur na jaane koi

    ReplyDelete
  7. It's very high-level thing
    No one I ready to put himself infront of the mirror who shows my inner picture .

    Bakhsh lena ji

    ReplyDelete
  8. I call it atm- manthan
    ' Ram

    ReplyDelete
  9. ����really true

    ReplyDelete

What is Moksha?

According to Sanatan Hindu/ Vedantic ideology, Moksha is not a physical location in some other Loka (realm), another plane of existence, or ...